Wednesday, May 27, 2015

द्लहनी तथा तिलहनी फसलों की बुआई

बुन्देखंड़ में खरीफ फलों की बुआई करने में किसान इंतजार व निगरानी की मुद्रा में रह्ता है, जिससे उसे मानसून के बर्षा का भरपुर उपयोग नहीं कर पाता है, वह् मानसून के आगाज होने पर भी वह तीन से चार वर्षा होने का इंतजार करता है, जिसके कारण उसे शुष्क मौसम होने पर नुकसान उठाना पड़्ता है।
अत: किसान भाई इस खरीफ में इन फसलों की बुआई 70 मिलीमीटर बर्षा दो या तीन स्पेल में होने पर ही पुरी करें। इस बार ये मौका उन्हें 15 से 30 जुन में मिलने की संभावना है। पहले स्पेल की मानसोन की बर्षा 16-21 जुन तथा दुसरे स्पेल की बर्षा 24-30 जुन में मिलने की संभावना है।

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