टीकमगढ़ में 6,7 व 10 अगस्त को ओस व कुहरा (कम) रहा। इतनी जल्दी ओस व कुहरे का आगमन शायद पहली बार देखा जा रहा है। पिछले 3 दिनों से उमश ने बुरा हाल कर दिया है। खण्ड़ बर्षा ने किसानों के उमीद पर पानी फेर दिया है ऐसे हालात किसी को भी गड़बड़ झाला में डाल सकते है।
इस साल के मांसून से ज्यादा वर्षा बुन्देलखण्ड में शायद नहीं होगी । सुखे के संकेत लग रहा है , सोयाबीन के उत्पादन में कमी की उमीद प्रबल हो रहे है।
मुंग ,उर्द भी बीमारे से ग्रस्त है अब तिल पर ही भरोसा है।
इस साल के मांसून से ज्यादा वर्षा बुन्देलखण्ड में शायद नहीं होगी । सुखे के संकेत लग रहा है , सोयाबीन के उत्पादन में कमी की उमीद प्रबल हो रहे है।
मुंग ,उर्द भी बीमारे से ग्रस्त है अब तिल पर ही भरोसा है।
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