इस वर्ष दिसंबर का तापमान पिछले वर्षों के औसत की तुलना में ज्यादा चल रहा था। कुदरत ने इसे बैलेंस करने के लिए एक Weather System बनाया जिसमें बारिश और बादल का होना जरूरी था। इससे कुदरत ने अब दिन और रात का तापमान औसत के समकक्ष कर दिया।
कुदरत ने अपने बक्से में ऐसी कई घटनाएँ रखी हैं, जो असामान्य मौसम को लाइन पर लाने के काम आती हैं।
No comments:
Post a Comment